Exclusive: इन 2 ईवी कंपनियों के खिलाफ एक्शन; FAME-2 नियम तोड़ने पर SFIO ने शुरू की जांच
SFIO यानी कि सीरियस फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन ऑफिस ने इन दोनों कंपनियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है. संस्था ने भारी उद्योग मंत्रालय की सिफारिश के बाद इन दोनों कंपनियों के खिलाफ जांच शुरू की है.
इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने वाली कंपनी हीरो इलेक्ट्रिक (Hero Electric) और ओकिनावा (Okhinawa) के लिए बुरी और निगेटिव खबर सामने आई है. ज़ी बिजनेस को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक, इन दोनों कंपनियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है. इन कंपनियों को FAME-2 के नियम तोड़ने में दोषी पाया गया था, जिसके बाद इन दोनों ईवी कंपनियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है. SFIO यानी कि सीरियस फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन ऑफिस ने इन दोनों कंपनियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है. संस्था ने भारी उद्योग मंत्रालय की सिफारिश के बाद इन दोनों कंपनियों के खिलाफ जांच शुरू की है.
FAME-2 नियम तोड़ने के खिलाफ एक्शन
बता दें कि इन दोनों ईवी कंपनियों पर आरोप था कि इन दोनों कंपनियों ने फेम-2 नियम तोड़े हैं और गलत तरीके से फेम-2 सब्सिडी का फायदा उठाया है. भारी उद्योग मंत्रालय ने फेम-2 नियम तोड़ने का दोषी पाया था, जिसके बाद भारी उद्योग मंत्रालय की सिफारिश पर SFIO ने जांच शुरू की है.
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— Zee Business (@ZeeBusiness) November 29, 2024
Hero Electric, Okinawa के लिए निगेटिव खबर
सूत्रों के हवाले से खबर
- SFIO ने Hero Electric और Okinawa के खिलाफ जांच शुरू की
- SFIO ने भारी उद्योग मंत्रालय की सिफारिश पर शुरू की जांच
- भारी उद्योग मंत्रालय ने दोनों कंपनियों को FAME-2 नियम तोड़ने का दोषी पाया… pic.twitter.com/hCY7PXMat1
पीएम ई-ड्राइव का रास्ता बंद
इसके अलावा आगे की जांच के लिए कॉरपोरेट अफेयर्स मंत्रालय से सिफारिश की गई है. SFIO ने हाल में दोनों कंपनियों पर छापेमारी भी की थी. अगर SFIO को भी गड़बड़ी मिली तो PM Edrive से सब्सिडी का रास्ता बंद हो सकता है. ये खबर दोनों ही कंपनियों पर बड़ा असर डाल सकती है.
OLA Electric को मिल सकता है बड़ा फायदा
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जी बिजनेस को मिली खबर के मुताबिक, अगर हीरो और ओकिनावा दोषी निकलते हैं तो इस मौके का फायदा ओला इलेक्ट्रिक को मिलेगा. अगर पीएम ई ड्राइव की सब्सिडी नहीं मिलेगी, तो इन कंपनियों के प्रोडक्ट का कंपिटिशन ओला के ईवी स्कूटर से नहीं होगा. बता दें कि Hero, Okinawa और एमसीए और भारी उद्योग मंत्रालय ने ज़ी बिज़नेस के ईमेल का जवाब नहीं दिया है.
12:00 PM IST